Category: Poems

जब जब राखी आती हैं

जब जब राखी आती हैं, याद तेरी आ जाती हैं,बांध देती हूं सभी राखियां इक मुठ्ठी मे रह जाती है।छोटा था तू मुझसे भाई, क्या जल्दी थी जाने की,गया तू ऐसे देश जहां से टिकट न वापस आने की, तेरी…

घर का ये कोना

घर का ये कोना मुझे अच्छा लगता हैदोस्त ये अपना सच्चा लगता है,जब किसी बात से बैचैन मै हो जाती हु,फैसला किसी बात मे ले नहीं पाती हूं,पास इनके बैठ कर फूलों संग बतियाना अच्छा लगता है।घर का ये छोटा…

आज की कहानी: कलम और दवात की रिश्तों की गहराई

आज कहानी कहू मै कलम ओर दवात की,कितने रिश्ते जोडे़ इसनेदू़ मै गवाही इस बात कीबाबा मेरे करके इससे,जोड़ गुणा लगाते थे,करके हिसाब अपना पूरा नफा हमें दे जाते थे,आज भी नहीं भूले हम बाते थी जजबात की,कलम स्याही से…

काश मैं ऐसा कर पाती

काश मैं ऐसा कर पाती, काश मैं ऐसा कर पाती | शादी की भागादौड़ी में काश मैं ऐसा कर पाती, पास बिठाकर के तुझको तेरे बालों को सहला पाती, जड़ कर चुम्बन तेरे माथे पर दिल का फ़्रेम सजा पाती,…

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