Tag: Care

जब जब राखी आती हैं

जब जब राखी आती हैं, याद तेरी आ जाती हैं,बांध देती हूं सभी राखियां इक मुठ्ठी मे रह जाती है।छोटा था तू मुझसे भाई, क्या जल्दी थी जाने की,गया तू ऐसे देश जहां से टिकट न वापस आने की, तेरी…

घर का ये कोना

घर का ये कोना मुझे अच्छा लगता हैदोस्त ये अपना सच्चा लगता है,जब किसी बात से बैचैन मै हो जाती हु,फैसला किसी बात मे ले नहीं पाती हूं,पास इनके बैठ कर फूलों संग बतियाना अच्छा लगता है।घर का ये छोटा…

रुई की रजाई

रेशमी मखमली कम्बलों में, मुझे नींद नहीं आती है, मुझे तो माँ की साड़ी से बनी, रूई की रजाई ही भाती है | ओढ़ कर रजाई को जब मैं सो जाती हूँ, खुद को माँ के आलिंगन मैं पाती हूँ,…

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