Month: September 2019

चंद्रयान

ऐ चाँद तू सच में, चितचोर है ! इसलिए ही दूर से प्यार करती तुझे चकोर है ! जो आया करीब तेरे, वो तुझ में ही समा गया ! प्राणदाता था जो चंद्रयान का, तू उसको ही रुला गया !…

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