Category: lock down

व्यथा

व्यथा

रुका रुका सा मेरा शहर मुझे अच्छा नहीं लगता ! सहमा सहमा सा हर आदमी मुझे अच्छा नहीं लगता ! दूर दूर क्यों मुझसे मेरे सारे अपने है, बंद क्यों सबकी आँखों के सपने है, खेलता कूदता था जो बच्चा,…

Back to top