माना राह कठिन है तेरी, मंज़िल तुझसे दूर है, संग है तेरे अपने सारे, फिर क्यों तू इतना आतुर है ! कहदे खुलकर तू हमसे, मन में जो भी बात है, कोई भी हालात हो, हम तो तेरे साथ है,…
माना राह कठिन है तेरी, मंज़िल तुझसे दूर है, संग है तेरे अपने सारे, फिर क्यों तू इतना आतुर है ! कहदे खुलकर तू हमसे, मन में जो भी बात है, कोई भी हालात हो, हम तो तेरे साथ है,…